छेड़खानी के आरोप में 151 का मुकदमा
महिला चिल्ला चिल्ला कर कह रही है कि उसकी इज्जत तार तार की गई।
विंध्याचल थाना क्षेत्र के मगरदा कलां गांव की आदिवासी महिला ने इलाकाई पुलिस पर छेड़खानी के आरोपी को बचाने का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित महिला ने बताया कि 27 जून की दोपहर में वो गांव से पानी लेकर आ रही थी कि रास्ते में गांव के नवनिर्वाचित नेता ने उसे रोककर उसका हाथ पकड़ कर अश्लीलता करने लगा तथा गलत इरादे से उसको खींच कर ले जाने लगा जिसपर पीड़ित महिला ने शोर मचाना शुरू कर दिया जिसपर आरोपी ने जाति सूचक गाली देते हुए किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गया। घर पहुंचकर पीड़ित महिला ने अपने पति से आपबीती बताई तो परिवार वालों के होश उड़ गए उन्होंने डायल 112 पर सूचना दी दोनों पक्षों को थाने बुलाकर एक दिन बैठाए रखा गया। महिला ने कहा की धीरे धीरे पुलिसकर्मियों द्वारा पीड़ित महिला से सुलह समझौता के लिए दबाव बनाया जाने लगा। इनकार करने पर उससे मनगढ़ंत तहरीर पर दस्तखत कराकर चालान कर जेल भेजने की बात कहकर आरोपी नेता का शांतिभंग में चालान कर दिया गया ।
इस मामले में शेषधर पांडेय,प्रभारी थाना विंध्याचल ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच में कुछ कहासुनी हुई थी जिसके चलते नवनिर्वाचित नेता का शांतिभंग में चालान किया गया है। पुलिस के द्वारा यह नहीं बताया जा रहा है कि किस मामले में कहासुनी हुई इस सवाल का जवाब सवाल ही रह गया। बताना जरूरी है कि आरोप लगा रही महिला के साथ हो रही अश्लीलता के मुख्य गवाह छोटे से बालाक ने समस्त घटना का आंखो देखा हाल मीडिया से बताया ।ग्रामीणों का आरोप है कि गांव की कई महिलाएं आरोपी की शिकार हो चुकी है मगर हिम्मत दिखा कर विरोध करने वाली महिला की सबसे ज्यादा आत्मसम्मान को धक्का तब लगा जब अपनी इज्जत की परवाह न करते हुए महिला ने हिम्मत दिखाई उसके बावजूद अपराधी को बचाने की घटना छेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।