अधिशासी अभियंता ने कहा कि पहले जांच कराई जाएगी उसके बाद निर्णय लिया जाएगा।
मिर्जापुर देहात कोतवाली मोहल्ले में अति प्राचीन पोखरा होने का दावा करने वाली दुलारी देवी पत्नी स्वर्गीय झूमक लाल सोनकर निवासी मोहल्ला रमई पट्टी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि अति प्राचीन पोखरे पर कब्जा करने की नियत से उस पर सड़क बनवाया जा रहा है ।जिस को तत्काल रोका जाना आवश्यक है।
पत्रकार वार्ता के दौरान स्थानीय निवासी रितेश यादव ने कहा कि गलत तरीके से सरकार के धन का दुरुपयोग किया जा रहा है ।
लोक निर्माण विभाग के मदद से अवैध सड़क निर्माण बनाए जाने के उद्देश्य से उपरोक्त तालाब और भीटा पर सामग्री गिरवा दिया गया है जबकि संपूर्ण विवादित स्थल पर मुकदमा न्यायालय में विचाराधीन है ।
ऐसे में फैसला आए बिना निर्माण कराए जाने को लेकर अधिशासी अभियंता प्रांतीय निर्माण खंड लोक निर्माण विभाग मिर्जापुर को भी नोटिस भेजे जाने की बात कही जा रही है ।
लोक निर्माण विभाग जहां सड़क बनवा रही है वह स्थान विवादित है जब तक न्यायालय से फैसला नहीं आ जाता तब तक निर्माण कार्य न कराए जाने की भी अपील उच्च अधिकारियों से की जा रही है।
हालाकी उपरोक्त विवादित स्थल पर किस तरीके से सड़क निर्माण की अनुमति लोक निर्माण विभाग ने दी है इसकी भी जांच की मांग की जा रही है।
किसने किसको गुमराह करके सड़क निर्माण का प्रस्ताव फाइनल कराया गया है इसको लेकर जांच की जाने की मांग तेज हो रही है ।
आरोप है कि उपरोक्त भीटा तालाब और विवादित स्थान पर तथ्यात्मक बातों को छुपाते हुए अधिकारियों को अंधेरे में रखकर इस तरीके के निर्णय लिए गए हैं जो भविष्य में भारी आर्थिक नुकसान के अलावा इलाके के लोग इस पुराने प्राचीन पोखरा तालाब और भीटा से हाथ भी धो बैठेंगे।
उपरोक्त प्रकरण पर लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता मिथिलेश कुमार ने बताया कि उनके संज्ञान में अभी यह प्रकरण आया है और उसकी जांच कराई जाएगी ।
यदि जमीन किसी की निजी संपत्ति है तो उस पर निर्माण नहीं कराया जाएगा और यदि पहले से कोई सड़क बनी बनी हो तब उस पर काम विभाग करा सकता है ।फिलहाल अधिशासी अभियंता मिथिलेश कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल संपूर्ण प्रकरण की जांच कराने की बात कही है।