मिर्जापुर में जनपदवासी आज गोवर्धन पूजा बड़े ही धूमधाम से मना रहे हैं ।
सभी के घरों में गोबर से बने गोवर्धननाथ को बनाते हुए विशेष प्रकार के पूजन में घर के सभी सदस्य सम्मिलित हो रहे हैं ।
घर के सभी सदस्य मिलजुल कर 56 प्रकार के व्यंजन को भी बनाने में मशगूल दिखाई दिए ।
अत्यंत प्राचीन परंपरा के मुताबिक भगवान कृष्ण के भोग के लिए छप्पन प्रकार के व्यंजन तैयार किए जाते हैं ,जिसमें विभिन्न आकार प्रकार अलग अलग स्वाद खीर मिठाइयां पकौड़ी जिलेबी हलवा में भी कई प्रकार की सब्जियां व अन्य तमाम खाद्य पदार्थ का उपयोग करके 56 प्रकार के व्यंजन तैयार करके गोवर्धन भगवान को भोग लगाया जाता है ।
तत्पश्चात घर परिवार के समस्त लोग प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं ऐसे में गाय के गोबर की उपयोगिता भी बढ़ जाती है।
लोग आसपास के गायों को भी ढूंढते हैं गाय पालकों के पास जाकर गोबर की भी डिमांड करते हैं।
गाय पालकों के द्वारा गोबर दान करने की भी परंपरा रही है।
जो पशुपालक गाय रखते हैं वह अपने लिए गोबर को बचा कर रखते हैं ताकि वह भी अपने घरों में गोबर के द्वारा बनाए गए भगवान कृष्ण की आकृति पर पूजा पाठ कर सके ।
शेष गोबर आस पास पड़ोस के लोग मांग कर के ले जाते हैं ताकि वह भी गोवर्धन नाथ का साक्षात्कार व दर्शन कर सकें। अन्नकूट और गोवर्धन पूजा की भी बधाई एवं शुभकामनाएं एक दूसरे को लोग देते लेते देखे गए।