बीजेपी नेताओं ने मिर्जापुर डीएम से की शिकायत — मेडिकल कॉलेज भर्ती घोटाले पर होगी जांच

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बीजेपी नेताओं ने मिर्जापुर डीएम से की शिकायत — मेडिकल कॉलेज भर्ती घोटाले पर होगी जांच?
डीएम ने लिया मामले को गंभीरता से, कॉलेज प्रबंधन से मांगा जवाब

मिर्जापुर। मां विंध्यवासिनी ऑटोनॉमस स्टेट मेडिकल कॉलेज, मिर्जापुर में भर्ती प्रक्रिया को लेकर उठे सवाल अब सियासी रंग लेते दिख रहे हैं। भाजपा के कई नेताओं ने मंगलवार को जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार से मुलाकात कर भर्ती प्रक्रिया में हुई कथित अनियमितताओं और जाति विशेष को तरजीह देने के आरोपों की जांच की मांग की।

भाजपा के वरिष्ठ नेता महेश गुप्ता, पूर्व मंडल अध्यक्ष एवं जिला कार्यसमिति सदस्य ने हाल ही में एक पत्र जिलाधिकारी को भेजा था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि कॉलेज में भर्ती का पूरा ठेका Bajpai Traders नामक फर्म को दिया गया है, जो कॉलेज प्रशासन के साथ मिलकर नियम विरुद्ध तरीके से चयन कर रही है। आरोप है कि अब तक लगभग 400 भर्तियों में से 200 से अधिक नियुक्तियां एक ही जाति विशेष के लोगों की की गई हैं, जिससे भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठना स्वाभाविक है।

मंगलवार को इस मुद्दे को लेकर भाजपा नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा। जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए कहा कि मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से तत्काल रिपोर्ट मांगी गई है।

भाजपा नेताओं ने डीएम को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि इस प्रकार की मनमानी सरकार की छवि धूमिल कर रही है। उन्होंने मांग की कि 15 सितंबर 2025 को जारी विज्ञापन की वैधता तत्काल समाप्त की जाए और अब तक हुई नियुक्तियों की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए।

सूत्रों के अनुसार, डीएम ने भरोसा दिलाया है कि पूरे मामले की पारदर्शी जांच कराई जाएगी और यदि गड़बड़ी पाई गई तो संबंधित अधिकारियों और एजेंसी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

स्थानीय राजनीतिक गलियारों में अब यह मामला चर्चा का केंद्र बन गया है। एक ओर भाजपा नेता स्वयं भर्ती की निष्पक्षता पर सवाल उठा रहे हैं, इसी बीच, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से जब इस विषय में बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी हो गई है और उनकी मुलाकात जिलाधिकारी से भी हो चुकी है। प्राचार्य ने बताया कि संबंधित एजेंसी को पत्र जारी कर स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है, ताकि तथ्यों की सटीकता स्पष्ट हो सके। उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रशासन किसी भी तरह की गड़बड़ी या पक्षपात को बढ़ावा नहीं देगा और जांच में पूरा सहयोग करेगा।