आर्टिफिशियल ज्वेलरी संघ के अध्यक्ष ने 31 अक्टूबर को सरदार पटेल जयंती मनाने का लिया निर्णय

मिर्जापुर। युवा व्यापार संघ एवं आर्टिफिशियल ज्वेलरी संघ के अध्यक्ष वेदांश गुप्ता ने कहा कि भारत की एकता, अखंडता और आत्मनिर्भरता के प्रतीक लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल का जीवन हर भारतीय के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने जिस दूरदृष्टि और संकल्प के साथ देश की 562 रियासतों को एक सूत्र में जोड़ा, उसी के कारण आज हम एक अखंड और सशक्त भारत का गर्व महसूस करते हैं।

बैठक नारघाट स्थित श्याम उत्सव वाटिका में संपन्न हुई।

युवा व्यापार संघ एवं आर्टिफिशियल ज्वेलरी संघ के अध्यक्ष वेदांश गुप्ता ने कहा कि हर वर्ष 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है, जो देशवासियों को यह स्मरण कराता है कि एकता ही भारत की सबसे बड़ी शक्ति है। वर्ष 2014 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर इस दिवस को राष्ट्रव्यापी कार्यक्रमों के रूप में मनाने की परंपरा आरंभ हुई, जिससे युवाओं में देशभक्ति और समर्पण की भावना और सशक्त हुई है।

उन्होंने कहा कि “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” का नारा केवल एक अभियान नहीं बल्कि एक राष्ट्रीय संकल्प है। भाषा, संस्कृति, धर्म और प्रांतों की विविधता के बावजूद हम सब एक ही राष्ट्रधारा से जुड़े हैं। सरदार पटेल ने यह दिखाया कि अगर संकल्प दृढ़ हो तो कोई भी शक्ति भारत को विभाजित नहीं कर सकती।

युवा व्यापार संघ एवं आर्टिफिशियल ज्वेलरी संघ के अध्यक्ष वेदांश गुप्ता ने आगे कहा कि आज के समय में भी सरदार पटेल की विचारधारा उतनी ही प्रासंगिक है जितनी स्वतंत्रता के बाद थी। देश के युवाओं को उनसे प्रेरणा लेकर राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि एकता दिवस केवल आयोजन भर नहीं, बल्कि हर नागरिक के भीतर देश के प्रति समर्पण और सहयोग की भावना जगाने का अवसर है।

अंत में युवा व्यापार संघ एवं आर्टिफिशियल ज्वेलरी संघ के अध्यक्ष वेदांश गुप्ता ने कहा कि “जब तक हम अपने मतभेदों को भूलकर राष्ट्रहित को प्राथमिकता नहीं देंगे, तब तक भारत की असली शक्ति प्रकट नहीं हो सकती। एकजुटता ही हमारी पहचान है और यही हमारी ताकत है।”

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