
एपेक्स ट्रस्ट हॉस्पिटल एवं एपेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड हॉस्पिटल, चुनार द्वारा एपेक्स के ट्रस्टी प्रो. डॉ.
एस.के. सिंह की संरक्षता में जन्म से 16 वर्ष तक के बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु प्राचीन आयुर्वेद इम्यूनाइजेशन के अंतर्गत आयोजित शिविर में 30 बच्चों को स्वर्णप्राशन खुराक पिलाई गई।
पुरातन काल से ही बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता एवं स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए कराये जाने वाले सुवर्णप्राशन की खुराक कौमारभृत्य बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो डॉ
प्रीति मौर्या एवं डॉ यशपाल सिंह की टीम द्वारा हॉस्पिटल मे ही तैयार की गई है।
एपेक्स डीन प्रो. सुनील मिस्त्री एवं आयुर्वेद कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो. पी. के. सिंह ने बताया कि विगत कई वर्षों से एपेक्स संस्थान में यह मासिक सुवर्णप्राशन शिविर निरंतर संचालित है। आज के शिविर में विभिन्न आयु वर्ग के पंजीकृत
100 से अधिक बच्चों में से 30 बच्चों को सुवर्णप्राशन की खुरा पिलाई गई तथा साथ में बताया गया कि निर्धारित समय-सारणी के अनुसार अगला सुवर्णप्राशन शिविर 8 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा।
एपेक्स ट्रस्ट के चेयरमैन प्रो डॉ. एस. के. सिंह ने बताया कि सुवर्णप्राशन का सर्वश्रेष्ठ समय पुष्य नक्षत्र माना जाता है। उन्होंने कहा कि यह खुराक बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता, बौद्धिक विकास और स्मरण शक्ति को प्रबल बनाती है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे आयुर्वेदिक शिशु रोग विशेषज्ञ के परामर्श से नियमित रूप से सुवर्णप्राशन अवश्य
कराएं ताकि बाल्यावस्था में ही बच्चों की प्राकृतिक प्रतिरक्षा शक्ति सुदृढ़ हो सके।















