
बजाज स्कूल में हुआ भव्य वार्षिकोत्सव; छात्रों की प्रस्तुतियों ने जीता समां
मीरजापुर, 21 नवम्बर — सेठ द्वारका प्रसाद बजाज एजुकेशन सेंटर में आज भव्य वार्षिकोत्सव धूमधाम और सांस्कृतिक विविधता के साथ मनाया गया। विद्यालय प्रांगण को आकर्षक ढंग से सजाया गया था और दूर-दूर से आये अभिभावक, अतिथि तथा पूर्व छात्र समारोह में शामिल हुए। कार्यक्रम में बच्चों की विविध प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन जीत लिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानाचार्या डॉ. शिवानी कौशिक ने किया। समारोह में विद्यालय के चेयरमैन प्रदीप कुमार बजाज तथा उनकी धर्मपत्नी सरिता बजाज विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियों के आधार पर छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया — जिनमें पिछले शैक्षणिक सत्र के 10वीं व 12वीं के शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले चार-छह शीर्ष विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया और विद्यालय के खेल अध्यापकों को भी सम्मानित किया गया।

विद्यालय सचिव परितोष बजाज ने अपने उद्बोधन में अभिभावकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि अभिभावकों के सहयोग व विश्वास के बिना विद्यालय का यह प्रयास अधूरा रहता। उन्होंने बताया कि विद्यालय ने इस वर्ष शैक्षणिक परिणामों में उल्लेखनीय स्थान प्राप्त किया है और विज्ञान, खेलकूद, कला व साहित्य के अनेक कार्यक्रमों में छात्र-छात्राओं ने जिला से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक पुरस्कार प्राप्त किए हैं। विद्यालय का उद्देश्य केवल अंक नहीं बल्कि प्रत्येक विद्यार्थी को नैतिक मूल्यों वाला, उपयोगी और सक्षम नागरिक बनाना है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में विद्यालय के बच्चों ने नाट्य, गीत, नृत्य व झाँकियों के माध्यम से विविध संदेश प्रस्तुत किए। रंगारंग प्रस्तुतियों में उल्लेखनीय थीं —
नाटकीय प्रस्तुति “महिषासुर मर्दिनी” — स्त्री सामर्थ्य, साहस व आत्मविश्वास का संदेश देती हुई,
“फ्लेम्स एण्ड वेव्स” — विपरीत तत्व अग्नि और जल के सह-अस्तित्व की कथा,
“डिसकनेक्ट टू री-कनेक्ट” — सोशल मीडिया व तकनीक के कारण टूटते रिश्तों और पुनः मानवता व अपनापन जोड़ने का संदेश,
“द रूट्स ऑफ लाइफ” — पर्यावरण संरक्षण तथा किसान व जवानों को नमन करने वाली प्रस्तुति,
तथा “द लेगेसी ऑफ लर्निंग” जैसी झाँकियाँ जो भारत की गुरु-शिष्य परम्परा व समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर आधारित थीं।
कार्यक्रम में पारंपरिक व पाश्चात्य वाद्ययंत्रों का सामूहिक प्रदर्शन भी हुआ — जिसमें ढोल, कांगो, वांगो और डिजेम्बा जैसे वाद्यों के साथ भारतीय वाद्यों का कास्टिंग कर आकर्षक आरकेस्ट्रा प्रस्तुति दी गयी, जिसे उपस्थित अतिथि और अभिभावक खूब सराहे।
समारोह के अंत में प्रधानाचार्या ने उपस्थित अतिथि, अभिभावक और शिक्षकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यालय सभी बच्चों को उज्जवल भविष्य देने के लिए प्रतिबद्ध है और शिक्षा को सिर्फ अंक तक सीमित न रखते हुए उन्हें जीवन के मूल्य सिखाने पर जोर देगा। आयोजन का संचालन 12वीं की छात्राओं द्वारा किया गया।













