
अधिकारी साइकिल से निकल कर कर रहे है काम
ग्राम विकास अधिकारियों का सत्याग्रह आंदोलन चौथे चरण में पहुँचा
ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली के विरोध में अनोखे तरीके से दर्ज कर रहे आपत्ति
मिर्जापुर। प्रदेश कार्यकारिणी के आह्वान पर जनपद मिर्जापुर के समस्त ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम पंचायत अधिकारी बुधवार से सत्याग्रह आंदोलन के चौथे चरण में प्रवेश कर गए। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि वे ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली का विरोध लोकतांत्रिक तरीके से जारी रखेंगे।
आंदोलन के तहत सभी अधिकारियों ने घोषणा की कि क्षेत्रीय भ्रमण अब इंजन चालित वाहनों से नहीं किया जाएगा। इसके स्थान पर उन्हें अनुमन्य मात्र 200 रुपये का साइकिल भत्ता मिलने के कारण वे साइकिल, टेम्पो या बस से ही अपने कार्य क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान भत्ता परिस्थितियों के अनुरूप नहीं है, जिसके कारण मजबूरी में दो पहिया मोटरवाहनों का उपयोग सीमित करना पड़ रहा है।
ग्राम विकास अधिकारियों ने चेताया कि साइकिल भत्ता के बजाय मोटरसाइकिल भत्ता प्रदान करने की मांग शासन तक मजबूती से पहुँचाई जाएगी। उनका कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में विस्तृत भ्रमण और योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए मोटरसाइकिल भत्ता आवश्यक है।
अधिकारियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं लिया जाता, यह सत्याग्रह आंदोलन इसी प्रकार चलता रहेगा।















