मिर्जापुर कटरा कोतवाली थाना क्षेत्र के इमामबाड़े चौराहे पर कथित पत्रकार और पुलिस की मिलीभगत का वीडियो सामने आया है। इन दोनों की जुगलबंदी के चलते भोले भाले राहगीरों को लूटने का काम किया जाता रहा है । स्थानीय लोगों का मानना है कि ऐसी जनता जिनके पास गाड़ी चलाते वक्त संपूर्ण दस्तावेज गाड़ी की वैधता का अभाव होता था तो उनसे रकम वसूल कर एक निश्चित अनुपात में यह दोनों आपस में बांट लिया करते थे ।इस तरीके से यह जुगलबंदी लोगों को चूना लगा रही थी ।पुलिस की छवि के साथ पत्रकारों की भी छवि धूमिल करने वाले यह कथित लोगों की वजह से मिर्जापुर आइडियल जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग की है। ऑडियो जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऐसे पुलिसकर्मी और ऐसे कथित पत्रकार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जांच की मांग की है और इस पहलू का पता लगाए जाने की भी मांग करेगा कि आखिर यह जुगलबंदी क्यों थी। किसके आदेश से जांच हो रहा था पुलिस किस अधिकार के तहत वहां बैठकर गाड़ियों को अपने नेतृत्व में रोककर जांच कर रही थी, और उसमें कथित पत्रकार का क्या भूमिका थी ।क्या इस जुगलबंदी से धन अर्जन किया जा रहा था और कितने दिनों से यह जुगलबंदी एक दूसरे की चल रही थी।