निर्माण कार्यो के प्रति मण्डलायुक्त के तेवर सख्त, दोषियो के विरूद्ध कार्यवाही हेतु भेजा प्रस्ताव
मीरजापुर, 27अगसत, 2021-=जनपद मीरजापुर में षीतला मन्दिर से नटवा चौराहे तक (एन0एच0-76ई) मार्ग का निर्माण लगभग छः माह पूर्व हुआ था, जो 03-04 माह में ही क्षतिग्रस्त हो गया। उक्त मार्ग को ठीक कराने हेतु सम्बन्धित मण्डलायुक्त ने अभियन्ता को निर्देषित किया, जिसके उपरान्त उन्होने उक्त मार्ग को ठीक भी कराया, किन्तु लगभग 15 दिवस के भीतर ही पुनः मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया। सड़क पर गिट्टीयां बिखरी पड़ी है तथा जगह-जगह गढ्ढे भी निर्मित हो गये है। इतने अल्प अवधि में सड़क का क्षतिग्रस्त होना यह प्रदर्षित करता है कि सड़क के निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नही दिया गया है। अत्यन्त अल्प अवधि में सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण यातायात पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है तथा आयेदिन दुर्घटनाएं भी घटित हो रही है। मण्डलायुक्त द्वारा उक्त मार्ग के निर्माण कार्य की तकनीकी जांच षासन स्तर पर गठित टी0ए0सी0 से कराते हुए, दोशी अभियन्ता का उत्तरदायित्व निर्धारित कर उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही कराने हेतु प्रमुख सचिव, लोक निर्माण विभाग को पत्र प्रेशित किया गया है।
जनपद भदोही में नोडल अधिकारी के रूप मे मण्डलायुक्त ने दिनांक 26.08.2021 को भ्रमण/निरीक्षण/समीक्षा किया। समीक्षा के दरम्यान संज्ञान में आया कि विकास खण्ड डीघ के ग्राम छेछुंहा में गंगा कटान रोकने हेतु अधि0अभि0 सिंचाई द्वारा मु0 05 करोड़ की परियोजना बनायी गयी थी, जिसके सापेक्ष 03.00 करोड़ प्राप्त हुआ, षतप्रतिषत धनराषि व्यय भी हो गयी। उक्त कराये गये कार्य से गंगा कटान पर कोई प्रभाव नही पड़ा, बल्कि कटान और बढ़ा है। जिलाधिकारी से पूछने पर उनके द्वारा अवगत कराया गया कि परियोजना की जानकारी उन्हे नही है। बाढ़ हेतु कराये जा रहे कार्य की जानकारी कार्यदायी संस्था द्वारा न तो जिलाधिकारी को दी गयी और न ही बाढ़ से सम्बन्धित उप जिलाधिकारी को दी गयी। कराया गये कार्य में भी मानक की अनदेखी की गयी है। मण्डलायुक्त ने उक्त का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी, भदोही को निर्देषित किया गया कि उक्त कराये गये कार्य की जांच स्टेट टी0ए0सी0 सिंचाई से कराते हेतु दोशियो के विरूद्ध कठोर कार्यवाही हेतु प्रमुख सचिव सिंचाई को पत्र को भेजा गया।