मिर्जापुर, बिहसड़ा कला के ग्राम प्रधान पप्पू जायसवाल,उर्फ बलराम जयसवाल ने फसे हुए मजदूरों का मसीहा बनते हुए किया मदद। कोरो ना वायरस संक्रमण के चलते समूचे देश में लाक डाउन हो जाने के बाद ऐसे तमाम मजदूर जो गैर जनपद व गैर प्रदेशों में रहकर काम करते थे और लाक डाउन हो जाने की वजह से अपने आपको असहज महसूस कर रहे थे वो लंबी बंदी हो जाने की वजह से उनके सामने कई विकट स्थिति उत्पन्न हो गई ,जिसके चलते उन्होंने अपने गांव अपने शहर लौटने का निश्चय किया। हालांकि बार-बार अपील की जा रही है कि जो जहां है वही रहे लेकिन कुछ मजदूरों ने बताया कि वहां रह पाना मुश्किल प्रतीत हो रहा था ,इसलिए अपने गांव ही लौटना बेहतर समझते हुए लोगों ने अपने घर वापसी में हो रही दिक्कतों के बारे में इलाहाबाद बॉर्डर की सीमा से लौटते वक्त गैपुरा थाना क्षेत्र में पढ़ने वाला बिहसड़ा ग्राम में जब ग्राम प्रधान पप्पू जायसवाल को बताया तो ग्राम प्रधान की भी आंखे नाम हो गई। अपार पीड़ा और भयानक कष्ट सहते हुए लोग पैदल कई सौ किलोमीटर की यात्रा कर जब अपने गांव लौट रहे थे तो उस वक्त उन मजदूरों की भी पीड़ा , असहनीय पीड़ा को देखते हुए ग्राम प्रधान पप्पू जायसवाल त्वरित रूप से लोगों को बैठने का आश्रय लेते हुए जल जलपान कराया व आगे का रास्ता कठिनाई भरा न हो इसके लिए नगद रुपयों के भी व्यवस्था करते दिखाई दिए। मजदूरों के मुताबिक कहीं भी कोई भी साधन ना मिलने की वजह से सबसे ज्यादा समस्या झेलना पड़ा ।कुछ मजदूरों ने बताया कि उनको रावटसगंज जाना है। तो वहीं ग्राम प्रधान पप्पू जायसवाल ने जिला प्रशासन से मानवीय दृष्टिकोण को मद्देनजर रखते हुए मांग किया है कि ऐसे मजदूर जो पैदल चलने पर विवश हैं साधन के अभाव में दो दिन, चार दिन पैदल चलने पर मजबूर हैं उनको साधन मुहैया कराया जाना न्याय संगत होगा । प्रधान ने अन्य प्रधानों से भी अपील किया है कि जो भी मजदूर इस तरीके का क्षेत्र में दिखाई दे उनकी हर संभव मदद करनी चाहिए। यह ऐसा वक्त है जिसमें साधन संपन्न व्यक्ति ऐसे लोगों की मदद कर अपने को राष्ट्रभक्त होने का एहसास भी कर सकता है।
फसे मजदूरों को घर तक पहुंचवाने की वयवस्था की मांग -पप्पू जैस्वाल
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