इम्यूनिटी बढ़ाकर संक्रमण से लड़ा जा सकता है -डॉ अतुल कुमार

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वीरेंद्र गुप्ता 94 53 82 1310 मिर्जापुर,
पूरा विश्व कोरोनावायरस की चपेट में है तो वहीं अन्य देशों की तुलना में भारतवर्ष के लोगो को कोरोना संक्रमण के चपेट में कम होने की एक वजह शायद डॉक्टर भारतीयों की इम्यूनिटी अन्य देशों की तुलना के मनुष्य की मुकाबले बेहतर मानते हैं ।मिर्जापुर के सुप्रसिद्ध डॉ अतुल कुमार बरनवाल का मानना है कि इस दौर में व्यक्ति को प्राचीन सभ्यता को अपनाना चाहिए ,जैसे प्रातकाल उठकर धूप का सेवन लेना चाहिए ।धूप के सेवन के फायदे बताते हुए डॉ अतुल कुमार ने कहा कि प्रातः काल का धूप यदि व्यक्ति 40 मिनट तक रोज ले तो उसकी प्रतिरोधक क्षमता बहुत मजबूत हो जाती है ।विटामिन डी का मुख्य स्रोत सूर्य की किरण है अपने दैनिक दिनचर्या में भोजन में कैल्शियम का भी प्रयोग करते रहना चाहिए ।कैल्शियम के बेहतर आत्मसात के लिए विटामिन डी की आवश्यकता पड़ती है। प्रकृति ने यह हमें निशुल्क उपलब्ध कराया है । सूर्य की रोशनी के माध्यम से इसको रोज 40 मिनट लेने वाले व्यक्तियों महिलाओं बच्चों बुजुर्गों की प्रतिरक्षा तंत्र बहुत ही मजबूत हो जाती है, साथ ही कहा की काढ़ा का प्रयोग करना भी बेहतर बताया ।कहा दिन में दो बार काढ़ा बना कर सेवन करना चाहिए । काढ़ा में दालचीनी तुलसी की पत्ती काली मिर्च अदरक और यदि आप शुगर के मरीज नहीं है तो गुण भी डाल सकते हैं ।योगा को भी अपनी जीवनशैली में अपनाना पड़ेगा ।कहा कि भारतीयों की बड़ी प्राचीन योग पद्धति है जिससे निरोग रहने का अवसर मिलता है। 24 घंटे में कुछ वक्त योगा के लिए अवश्य निर्धारित करना चाहिए। योगा से शरीर स्वस्थ ही नहीं मन भी प्रसन्न प्रफुल्लित व एकाग्र रहता है। इसके बावजूद भी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखना पड़ेगा। घर के बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग करें ।भीड़-भाड़ इलाके में जाने से बचें और अत्यधिक आवश्यकता हो तभी घर के बाहर निकले। यदि कहीं पानी का अभाव हो तो सैनिटाइजर का प्रयोग करते रहना चाहिए। विटामिन सी के बारे में बताते हुए कहा कि विटामिन सी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में बहुत मददगार साबित होता है। यह आसानी से खट्टे फलों के द्वारा प्राप्त किया जा सकता है ।लेकिन जिन लोगों को खट्टे फलों के प्रयोग में दिक्कत आती हो वह लोग चवनप्राश का सेवन कर सकते हैं ।आंवला में प्रचुर मात्रा में विटामिन सी की उपलब्धता होती है ।विटामिन सी के प्रयोग से फ्री रेडिकल्स को नियंत्रित किया जा सकता है। नींबू संतरा मुसम्मी आदि फलों में भी प्रचुर मात्रा में विटामिन सी की उपलब्धता होती है।