भारत सरकार द्वारा देश को टीबी रोग मुक्त देश बनाने हेतु मरीजों के हित में लगातार नयी नयी योजनाओ को संचालित करते हुए, देश को 2025 तक टीबी जैसे जान लेवा बीमारी से पूर्ण रूप से मुक्त करने के उद्देश्य से टीबी रोगियों, जो अभी तक इस रोग के लक्षण जैसे- दो सप्ताह या उससे अधिक समय से खाँसी आना, एवं खांसी के साथ बलगम व खून आना, रात को अक्सर बुखार आना, लगातार वजन घटना, सीने में दर्द बने रहने के लक्षणों से अनभिज्ञ है, या कोरोना के दुष्य प्रभाव के चलते सरकारी स्तर पर मिल रही निःशुल्क सुविधाओं को प्राप्त करने से वंचित हैं, उनके लिए सरकार द्वारा अब उनके घर तक मेडिकल मोबाइल वैंन टीम को भेज कर उच्च स्तरीय सीबी नाट मशीन से तत्काल उन संदिग्ध मरीजों का बलगम जांच कराकर उन्हें चौबीस घंटे के अंदर दवा आदि सुविधाएं दिलाने का कार्य कर रही है,
उक्त क्रम में क्षय विभाग के डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर सतीश शंकर यादव द्वारा अवगत कराया गया कि उपरोक्त लाभकारी कार्यक्रम जनपद के हलिया, पटेहरा, चुनार, चिल्ह, कछवा क्षेत्र के दुर्गम एरिया में दिनांक 27 जुलाई से 31 जुलाई 2020 तक चलाया गया, जिसमें कुल टीबी के संदिग्ध 76 मरीजों के बलगम की जांच की गई, जांचो उपरांत कूल 12 टीबी के पॉजिटिव मरीज मिले, जिनकी दवा तत्काल क्षय विभाग द्वारा शुरू कराई जा चुकी है,
कछवा क्षेत्र के तिवारीपुर गाँव में वैंन टीम के साथ समरेन्द्र कुमार, प्रदीप कुमार, अनिल कुमार, सुशील पाल के साथ साथ आशा कर्मी भी कार्यक्रम के सहयोग में मौजूद रहीं ।
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