वीरेंद्र गुप्ता मिर्जापुर 94 53 82 1310,
महिलाएं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के लिए विशेष अभियान “मिशन शक्ति” के अंतर्गत लगातार किया जा रहा जागरुक।*
दिनांक 17.10.2020 से उ0प्र0 शासन द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के लिए पुरे प्रदेश में विशेष अभियान “मिशन शक्ति” चलाया जा रहा है, प्रथम चरण में उक्त अभियान शारदीय नवरात्र-2020 के प्रथम दिन 17.10.2020 से प्रारंभ कर दिनांक 25.10.2020 तक की अवधि तक चलाया जा रहा है, अभियान के दौरान महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन तथा महिला अपराध व बाल अपराध के सम्बन्ध में जागरुकता पैदा करने हेतु प्रत्येक माह एक सप्ताह के विशिष्ट कार्यक्रम आयोजित किये जायेगे,इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं एवं बालिकाओं को स्वावलम्बी बनाना, उनमें सुरक्षित परिवेश की अनुभूति कराना, जन जागरुकता पैदा करना, आत्म सुरक्षा की कला हेतु प्रशिक्षित करना एवं दुराचारियों की पहचान उजागर करना है, इस अभियान के तहत आज दिनांक 20.10.2020 को *अपर पुलिस अधीक्षक नगर संजय कुमार द्वारा जनता उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गुरुसण्डी* में “मिशन शक्ति” के अंतर्गत आयोजित जागरुकता कार्यक्रम में बालिकाओ को सुरक्षा , सम्मान एवं स्वावलम्बन व अपने अधिकारो/ कानून के प्रति जागरुक किया गया,तथा पुलिस विभाग एवं प्रशासन की महिलाओ के प्रति सुरक्षा की योजनाओ एवं कार्य करने के तरीको के बारे विस्तृत रुप से जानाकारी दी गयी, बालिकाओ व महिलाओं को महिला हेल्प लाइन 1090, चाइल्ड हेल्प लाइन 1098, यूपी 112, के बारे में वृस्तृत रुप से इनके कार्य करने के तरीको को बताया गया व उपरोक्त रिस्पास सिस्टम किस प्रकार आपकी मदद करते है विस्तृत रुप से समझाया गया, महिलाये इन हेल्प लाइन नंबरो का प्रयोग कर सहायता प्राप्त कर सकती है। महिलाओ से जुड़े साइबर क्राइम के संबंध में जागरुकता हेतु जानकारी दी गयी, लैगिक अपराधों से बालिकाओ का संरक्षण अधिनियम ( पास्को एक्ट),महिला के अधिकारो / कानूनों के संबंध मे जानकारी देकर जागरुक किया गया, तथा आत्मरक्षा के तरीको के बारे में जानाकारी देकर जागरुक किया गया, इस दौरान पुलिस उपाधीक्षक (UT) गौरव कुमार, संरक्षक जिला बाल विकास पुष्टाहार डा0 रमेश कुमार,प्र0नि0 महिला थाना सीमा सिंह, चौकी प्रभारी गुरुसण्डी विष्णु प्रभा सिंह, हेल्प लाइन नंबर 181 (आशा ज्योति केंद्र) की टीम द्वारा भी बालिकाओ को सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के प्रति जागरुक किया गया।