जल शक्ति अभियान जन आन्दोलन के रूप में लायें -जिलाधिकारी अनुराग पटेल

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जिलाधिकारी अनुराग पटेल की अध्यक्षता में आज जिला पंचायत सभागार में दीन दयाल अन्त्योदय योजना-राष्ट््रीय आजीविका मिशन के अन्तर्गत बैकर्स संचेतना कार्यशाल एवं जल शक्ति अभियान के तहत ’’ जल है तो कल है’’ विषयक आधारित एक दिवसीय कार्यशाल का आयोजन किया गया। कार्यशाल का शुभारम्भ जिलाधिकारी के द्वारा दी प्रज्जवलित कर किया गया। कार्यशाला को सम्बेधित करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि एनआरएलएम के द्वारा गछित समूह का उद्देश्य है कि आर्थिक रूप् से कमजोर महिलाओं को स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे लाकर उन्हें आर्थिक रूप से उनके जीवन स्तर को उपर उठाना है। जिलाािध्कारी ने कहा कि विकास खण्ड छानवे में समूह की महिलाओं के द्वारा सफलता पूर्वक कार्यशील होकर कार्य कर रही है उनके द्वारा एक अतिरिक्त् आये स्रोत कर अपने आर्थिक स्थित को सुधारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब इसी तर्ज पर जनपद सभी विकास खण्डों में महिलाओं के समूह का गठन कर उनके आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जायेगा। जिलाािधकारी ने कहा कि गरीब परिवार से आती हैं समूह की महिलायें यदि बैकर्स उनका सहयोग करें तो उनका जीवन आगे बढ सकेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि इस क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वाली महिलाओं/समूह को सम्मनित भी किया जोयगा। उनहोंने कहा कि जल शक्त् िअभ्यिान को एक जन आन्दोलन के रूप् में लाने की आवश्यकता है । हमारे प्रधानमं़ी जी के द्वारा जल संचयन के लिये एक अलग से मंत्रालय का गठन किया गया है जिस क्षेत्र में हम सभी कार्य कर पानी को बरबाद होने बचाये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि एनआरएलएम की महिलायें आने-अपने गांवों में लोगों को पानी बचाने की दिशा में जागरूक करने का एक सशक्त माध्यम हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि स्व्च्द अभियान की दिशा में आज पूरा प्रदेश आ0डी0एफ0 धोषित हो चुका है, कुछ लोग अभी भी बाहर शौच करने जाने की प्रथा को अपनाये हुये हैं उन्हें भी समझाकर शौचालय के प्रयोग के महत्व के बारे मे जागरूक किया जा रहा है यह भी कहा कि कुछ लोग जिन्हें शौचालय नहीं मिल पाया है उन्हें भी चिन्हित किया गया है और उनका शौचाल भी बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में परम्परागत जल स्रोत के रूप में तालाब, पोखर आदि वर्षा जल संग्रहण एवं भूजल रिचार्ज के सशक्त माध्यम हैं। ये तालाब लगातार सिल्ट जाम होने से उथले होते गये और इनका अतिक्रमण करके बडी संख्या में तालाबों का पाट दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में तालाब/पोखर, ग्रामीण क्षेत्रों में तालाब खेत को अधिक से अधिक प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर उपायुक्त एनआरएलएम दीन दयाल ने कार्यशाला के बारे में विस्तृत जानकारी दी।