स्वास्थ्य सेवाओं के कई योजनाओं में कम प्रगति लाने का निर्देश
मीरजापुर, 26 दिसम्बर 2019- जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समितिे की बैठक कर स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाये जा रहे कई येाजनाओं में प्रगति कम आने पर कडी नाराजगी व्यक्त करते हुये कई एम0ओ0आई0सी0 को कडी चेतावनी देते हुये कहा कि अगले माह यदि प्रगति कम पायी गयी तो कडी कार्यवाही की जायेगी। इस दौरान जननी सुरक्षा योजना कार्यक्रम की समीक्षा के समय प्रभारी चिकित्साधिकारी सीखड से प्रसव की स्थिति तथा योजना के बारे में जानकारी न दे पाने पर चेतावनी देते हुये कहा कि कम से कम सभी योजनाओं के बारे में पूरी जानकारी स्वयं प्रभारी चिकित्साधिकारी कर लें। जननी सुरक्षा योजना के प्रसव की स्थिति के बारे में जानकारी करने पर चुनार, सीखड व चील्ह प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर सबसे कम प्रगति पायी गयी जिसे अगले माह पूरा करने का निर्देश दिया गया। इसी प्रकार जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत बीएचएनडी सत्र पर गर्भवती महिलाओं की निशुल्क जाॅंच एव निशुल्क परिवहन व्यवस्था के प्रगति की जानकारी प्राप्त की। जिलाधिकारी ने मरीजों को निशुल्क भोजन की समीक्षा के दौरान कहा स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रायः भोजन न मिलने की शिकायत प्राप्त होती है सभी केन्द्रों पर मरीजों को भेाजन उपलब्ध कराया जाये अन्यथा निरीक्षण गडबडी पाये जाने पर कडी काय्रवाही की जायेगी। समीक्षा के दौरान निशुल्त जांच एवं उपचार की भी समीक्षा की गयी। परिवार कल्याण कार्यक्रम में प्रगति लाने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि असफल नसबन्दी के मामले में सम्बंधित चिकित्सक से भी वसूली की जायेगी, अतएव सही ढंग से कार्य करें। प्रधानमंत्री मातृत्व बन्दन योजना में स्वास्थ्य केन्द्र पटेहरा, विजयपुर, राजगढ तथा ए0एन0सी0के तहत पंजीकरण कार्यक्रम में सीखड, विजयपुर, चुनार, लालगंज, पडरी, गुरसण्डी एवं सीखड स्वास्थ्य केन्द्रों पर कम प्रगति पाई गयी जिसमें अगले माह प्रगति लाने का निर्देश दिया गया। कहा गया कि आशाओं का भुगतान समय पर किया जाये। इस दौरान आयुष्मान भारत, व स्वास्थ्य मदों में प्राप्त वित्तीय स्थिति के बारे में भी समीक्षा की गयी। इसी दौरान जिलाधिकारी द्वारा विभिन्न कार्यदायी विभागों के द्वारा मनरेगा के द्वारा कराये गये कार्यो के प्रगति की समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी ने कहा कि जिस विभाग में कम प्रगति हैं वे कार्य में तेजी लाकर कार्य पूर्ण करायें तथा कराये गये कार्यो का विवरण उपायुक्त मनरेगा को उपलब्ध कराते रहें। इस दौरान भूमि सरंक्षण अधिकारी, सहायक निदेशक मत्स्य, अधिशासी अभ्यिान्ता, सिंचाई के अनुपस्थित रहने पर स्पष्टीकरण मांगने का भी निर्देश दिया गया। मुख्य विकास अधिकारी प्रियंका निंरजन, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 ओ0पी0 तिवारी, सभी उप मुख्य चिकित्साािकारी, प्राचार्य जी0आईसी महेन्द्र नाथ, उपायुक्त मनरेगा, उपायुक्त एनआरएलएम, डा0 धनश्याम गुप्ता जिला कार्यक्रम अधिकारी पी0के0सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी उमेश कुमार, के अलावा सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी के अलावा अन्य सम्बंधित अधिकारीउपस्थित रहे।
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