
आज जनपद मिर्जापुर जिला कलेक्ट्रेट में उस वक्त लोगों के पैरों तले जमीन खिसकता नजर आया जब एक महिला ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने के बाद पत्रकार वार्ता के दौरान कहां की उसको सैलरी के बदले मोटा रकम मांगा जा रहा है ।
गांव सभा जसवा में नवनिर्मित सामुदायिक शौचालय में बतौर केयरटेकर काम कर रही सरोज देवी का आरोप है कि कई महीनों तक उसने केयरटेकर का काम किया उसके बाद जब तनख्वाह मिलने की बारी आई तो तनख्वाह में से एक बड़ा हिस्सा न दिए जाने के वजह से उसको तनखा से भी वंचित कर दिया गया है और साथ में सामुदायिक शौचालय पर ताला बंद करके चाबी भी उस से ले लिया गया है ।
सोमवार को सरोज देवी पत्नी मुन्नालाल निवासिनी जसवां थाना अहरौरा विकासखंड जमालपुर तहसील चुनार जिला मिर्जापुर की रहने वाली सरोज देवी ने जिलाधिकारी से मांग किया है कि उसके साथ न्याय कराया जाए क्योंकि उसने पत्र के मुताबिक कहां है कि वह दिनांक 20 दिसंबर 2020 से मां काली स्वयं सहायता समूह के माध्यम से सामुदायिक शौचालय में सेवा दे रही हैं ,परंतु स्थानीय राजनीत के चलते सामुदायिक शौचालय में ताला बंद करके सरोज देवी को कार्य करने से वंचित किया जा रहा है।
पीड़िता ने बताया कि प्रधान और सेक्रेटरी अगर चाहे तो उसके साथ न्याय हो सकता है ।
फिलहाल जिलाधिकारी से मिलने के बाद पीड़ित महिला को डीपीआरओ से मिलने का निर्देश मिला डीपीआरओ ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए न्याय दिलाने का आश्वासन पीड़ित को दिया है ।
पीड़िता ने कहा कि इसके पहले वह खंड विकास अधिकारी को अपनी समस्या साझा कर चुकी है वहां से न्याय न मिलने पर आज वह जिला मुख्यालय मिर्जापुर में जिलाधिकारी से अपनी व्यथा कहने पहुंची है।