समाचारकोई,दर्शनार्थी से दुर्व्यवहार करता है तो उससे सख्ती से निपटें-पुलिस महानिरीक्षक

कोई,दर्शनार्थी से दुर्व्यवहार करता है तो उससे सख्ती से निपटें-पुलिस महानिरीक्षक

9453821310-पुलिस महानिरीक्षक विन्ध्याचल परिक्षेत्र मीरजापुर द्वारा किया गया सैनिक सम्मेलन व क्राईम मीटिंग
पुलिसकर्मियों की सुनी गयीं समस्यायें व अपराध नियन्त्रण हेतु थाना प्रभारियों को दिये गये आवश्यक निर्देश
विजय सिंह मीणा पुलिस महानिरीक्षक विन्ध्याचल परिक्षेत्र उ0प्र0 मीरजापुर महोदय द्वारा आशीष तिवारी पुलिस अधीक्षक मीरजापुर के साथ आज दिनांक-09-02-2018 को अपराह्न 12.00 बजे से पुलिस लाईन स्थित मनोरंजन कक्ष में अपराध गोष्ठी का आयोजन कर जनपद के कानून-व्यवस्था की समीक्षा की गयी। अपराध गोष्ठी एवं सैनिक सम्मेलन के आयोजन के क्रम में सर्वप्रथम जनपद के थानों व शाखाओं से आये पुलिसकर्मियों से उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी की गयी व उनके निस्तारण के सम्बन्ध में सम्बन्धित अधिकारीगण को निर्देशित किया। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा जनपद में कानून व्यवस्था बनाये रखने हेतु बनाये गये व्हाट्स एप ग्रुप तथा उसके माध्यम से की जाने वाली त्वरित कार्यवाही की सराहनी भी की गयी। इसी क्रम में महोदय ने थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि थानों पर आने वाले फरियादियों की समस्या अवश्य सुनी जायें व उनका निस्तारण कराया जाये। साथ ही उन्होनें कहा कि पुलिस विभाग के सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों का आपस में तथा जनता के प्रति व्यवहार अच्छा हो तथा सभी मिलजुल कर अपराध नियन्त्रण की कार्यवाही करायें। महोदय ने पुलिसकर्मियों को निर्देशित करते हुये कहा कि अपराध नियन्त्रण में जनता का सहयोग अवश्य लिया जाये, इसके लिये बीट व्यवस्था का प्रभावी क्रियान्वयन हो। महोदय ने कहा कि अगर किसी कर्मचारी अथवा अधिकारीगण द्वारा किसी समस्या का निस्तारण उनके स्तर से नहीं हो पाता है तो इस सम्बन्ध में अपने उच्चाधिकारीगण को अवश्य अवगत करायें। माँ विन्ध्यावासिनी धाम में आने वाले दर्शनार्थियों की सुरक्षा हेतु महोदय ने कहा कि अगर कोई किसी दर्शनार्थी से दुर्व्यवहार करता है तो उससे सख्ती से निपटें। इसके अलावा महोदय ने थाना प्रभारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि जनता के बीच जायें व लोगों में विश्वास जगायें कि अपराध नियन्त्रण में पुलिस उनके साथ है तथा उन्हें किसी से डरने की जरूरत नहीं है। किसी घटना के सम्बन्ध में सम्बन्धित पुलिस अधिकारीगण को समय से जानकारी अवश्य दें, जिससे कि समय रहते कार्यवाही की जा सके। साथ ही सभी थाना प्रभारी अपने थानों से प्रतिदिन ड्यूटी हेतु निकलने वाले पुलिसकर्मियों को ब्रीफ अवश्य करें तथा लौटने के बाद उनसे ड्यूटी में आने वाली समस्या के बारे में जानकारी भी प्राप्त करें। साथ ही उनसे उनकी व्यक्तिगत समस्याओं के बारे में भी बात करते रहें। महोदय नें कहा कि समस्या के स्त्रोत को जानने का प्रयास किया जाना चाहिये तथा ऐसी छोटी-छोटी बातों पर भी ध्यान रखना चाहिये जो आगे चलकर बड़ी समस्या बन सकती हैं। अपराध नियन्त्रण हेतु महोदय ने कहा कि प्रभावी अभिसूचना संकलन की कार्यवाही करायी जाये। उन्होंने पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया कि परेड में नियमित रूप से शामिल हों।
इसके बाद महोदय ने पुलिस लाईन में बने डायल-100 कन्ट्रोल रूम व जनपद नियन्त्रण कक्ष का औचक निरीक्षण भी किया तथा ड्यूटी में लगे कर्मचारियों से जानकारी प्राप्त की। साथ ही उन्होंने प्रभावी व त्वरित कार्यवाही हेतु अधिकारीगण को निर्देशित भी किया।
पुलिस अधीक्षक मीरजापुर महोदय ने थाना प्रभारियों को स्मार्ट ई पुलिस एप पर विकसित एन्टी रोमियो टूल व मेरे सराहनीय कार्य टूल के बारे में जानकारी दी गयी। पुलिस अधीक्षक महोदय ने कहा कि इस प्रकार से अंकित की गयी एण्टी रोमियो की जानकारी स्वतः ही सुरक्षित हो जाती है तथा आवश्यकता पड़ने पर कभी भी प्राप्त की जा सकती है। साथ ही मेरे सराहनीय कार्य टूल का प्रयोग कर कोई भी पुलिसकर्मी स्वयं द्वारा किये गये उल्लेखनीय कार्यों की जानकारी फीड कर सकता है जो स्वतः सुरक्षित हो जाती है तथा आवश्यकता पड़ने पर प्राप्त की जा सकती है।
श्रीमान् पुलिस अधीक्षक महोदय ने बताया कि इन टूल्स के माध्यम से थाना प्रभारी अपने कर्मचारियों द्वारा किये जाने वाले कार्यों की मानिटरिंग भी कर सकते हैं। पुलिस अधीक्षक महोदय ने समस्त थाना प्रभारियों को अपराध नियन्त्रण व कानून व्यवस्था हेतु आवश्यक निर्देश दिये। महोदय ने थाना प्रभारियों को बताया कि जो भी अभिलेख मा0न्यायालय में प्रेषित किये जाते हैं उन्हें प्रापर चैनल और सम्बन्धित अधिकारीगण से हस्ताक्षरित कराने के बाद ही भेजें तथा समस्त थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि निस्तारण योग्य मालों को चिन्हित कर शीघ्र निस्तारण करायें।
पुलिस अधीक्षक महोदय ने आईजीआरएस सन्दर्भ में सम्बन्धित अधिकारीगण को निर्देशित किया कि आईजीआरएस प्रकरण में की जाने वाली कार्यवाही व कृत कार्यवाही के सम्बन्ध में भेजी जाने वाली आख्या का सभी थाना प्रभारी व क्षेत्राधिकारीगण एक बार अवलोकन अवश्यक कर लें। उन्होंने समस्त थाना प्रभारियों को सख्त हिदायत दी कि आईजीआरएस प्रकरण में किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।
पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा थानों पर कराये जाने वाले अनुरक्षण कार्यों की भी समीक्षा की गयी तथा थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि अनुरक्षण कार्यों का सत्यापन शीघ्र ही किया जाना है अतः सभी अनुरक्षण कार्यों को समय से पूर्ण करा लें।
पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा जनपद के समस्त थाना प्रभारियों एवं शाखा प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि अपने अधीनस्थों के साथ रात्रि के समय बैठकर थानाक्षेत्र में चल रही गतिविधियों, जनसमस्याओं, अपराध एवं अपराधियों पर नियन्त्रण हेतु योजना तथा क्षेत्र में चल रहे अवैध धन्धों आदि के सम्बन्ध में प्रतिदिन परिचर्चा करें तथा उनकी व्यक्तिगत/कार्य सम्बन्धी समस्याओं के बारे में भी बात करें व साथ बैठकर उनके निराकरण सम्बन्धी उपाय तलाशें। महत्वपूर्ण तथ्यों से मुझे भी समय-समय पर अवगत कराते रहें। महोदय द्वारा बताया गया कि बीट प्रणाली को सफल बनाये जाने हेतु इस प्रकार की कार्यवाही के सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे एवं कर्मचारियों में अपने कार्य के प्रति निष्ठा,ईमानदारी तथा सहयोग की भावना बनी रहेगी।
महोदय द्वारा सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि चिन्हित किये गये माफियाओं के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही आवश्यक रूप से करायी जाये व गैंगेस्टर के पंजीकृत मुकदमों में अभियुक्तों की गिरफ्तारी सुनिश्चित कराते हुये उनके विरूद्ध धारा 14(1) की कार्यवाही भी अवश्य करायी जाये तथा अवैधानिक कार्यों से अर्जित की गयी सम्पत्ति को जब्त करायें, ताकि इस प्रकार की प्रवृत्ति को प्रसारित होने से रोका जा सके।
महोदय द्वारा समस्त थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि समस्त थाना प्रभारीगण अपने-अपने क्षेत्र में चलने वाली पुलिस मोबाईलों, रात्रिगश्त, पैदलगश्त एवं चेकिंग में प्रभावी रूप से कार्यवाही करायें तथा डियूटी में लगे कर्मचारियों द्वारा सक्रिय रहकर की जाने वाली कार्यवाही को पूर्ण मनोयोग, ईमानदारी, निष्ठा से निष्पादित किया जाये व कार्यवाही का बेहतर परिणाम प्राप्त हो सके। इसके लिए सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थानाक्षेत्र में लगातार भ्रमणशील रहें, मुखबिरों को भी सक्रिय रखें एवं बीट आरक्षियों को अपने-अपने बीट में लगातार सक्रिय रहते हुये प्राप्त होने वाली लाभप्रद सूचनाओं से उच्चाधिकारीगण को अवगत कराने हेतु निर्देशित करें। थानाक्षेत्र में लगने वाली समस्त डिय़ूटियों को निरन्तर चेकिंग करते रहें, पुलिस मित्रों से निरन्तर सम्पर्क बनाये रहें, व बेहतर कार्य करने वाले कर्मचारियों का उत्साहवर्धन भी करते रहें। साथ ही क्षेत्र में होने वाली चोरी, लूट, छिनैती आदि की घटनाओं पर प्रभावी नियन्त्रण हेतु आवश्यक कदम उठाये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
जनपद में घटित होने वाले अपराधों के अनावरण हेतु समस्त थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि अपराध के पंजीकृत होने के उपरान्त उसके अनावरण हेतु सफल प्रयास करें, इसके लिये सर्वप्रथम घटना का मोटिव ज्ञात करने का प्रयास करें, जिससे घटना के अनावरण में आसानी होगी। इसके अतिरिक्त अभिसूचना संकलन, साक्ष्य संकलन, वीडियोग्राफी,फोटोग्राफी के साथ ही संदिग्धों पर भी सतर्क दृष्टि रखें तथा सर्विलांस व स्वाट टीम का भी सहयोग प्राप्त करते रहें। इस सम्बन्ध में समस्त थानों पर अलग से एस0ओ0जी0 का गठन किया गया है तथा प्रत्येक थानों पर कर्मचारियों को सर्विलांस का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त अपराध के अनावरण हेतु आधुनिक संसाधनों का भी बढ़-चढ़ कर प्रयोग करें।
निस्तारण हेतु शेष लम्बित विवेचनाओँ के निस्तारण के सम्बन्ध में समस्त थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया। इस क्रम में समस्त थाना प्रभारीगण को निर्देशित किया गया कि विवेचनाओं के निस्तारण में तेजी लायें व अभिसूचना संकलित कर साक्ष्य एकत्रित करते हुये गुण-दोष के आधार पर विवेचनाओं का समयबद्ध निस्तारण कराया जाना सुनिश्चित करें, क्योंकि विवेचनाओं के निस्तारण में लापरवाही बरतने वाले विवेचकों के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। चोरी, वाहन चोरी एवं गुमशुदगी के अपराधों के सम्बन्ध में थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि सम्बन्धित बीट आरक्षी अपने क्षेत्र में जाकर संदिग्ध व्यक्तियों एवं अन्य व्यक्तियों के संदिग्ध हरकतों के सम्बन्ध में जानकारी कर घटना के खुलासे हेतु लाभप्रद सूचना प्राप्त करें। ग्रामीणों से पूछताछ करें, घटनास्थल का निरीक्षण करें सम्भव है कि अपराधियों के सम्बन्ध में सुराग मिल जाये। इसी प्रकार गुमशुदा लोगों की बरामदगी के सम्बन्ध में भी इसी प्रकार की कार्यवाही अमल में लाते हुये बरामदगी करायी जाये। संदिग्धों के नम्बर सर्विलान्स पर लगाकर आवश्यक जानकारी की जाये।
महोदय द्वारा अपराध एवं अपराधियों पर नियन्त्रण व घटित घटनाओं के अनावरण के सम्बन्ध मे आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। साथ ही प्राप्त होने वाले शिकायती प्रार्थना पत्रों, चरित्र प्रमाण पत्रों, शस्त्रों के सत्यापन आदि में समय का विशेष ध्यान रखें। इसके अतिरिक्त सभी थाना प्रभारियों को निश्चित रूप से बाडी वार्न कैमरों का प्रयोग किये जाने एवं आवश्यकता पड़ने या मांगे जाने पर सम्बन्धित फुटेज उपलब्ध कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया। महोदय् द्वारा समस्त थाना प्रभारियों को निर्देशित करते हुये कहा गया कि अपने थाने में नियुक्त समस्त कर्मियों के कार्यों की समीक्षा भी समय-समय पर करते रहें व उनके वेलफेयर पर भी ध्यान दिया जाय।
अपराध गोष्ठी के अन्त में पुलिस अधीक्षक महोदय ने सभी थाना प्रभारियों को टास्क देते हुये सभी लम्बित विवेचनाओं, सीएस, एफआर आदि को निस्तारित कराने का निर्देश दिया।
उक्त गोष्ठी में श्री अजय कुमार सिंह अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन, संजय कुमार सिंह क्षेत्राधिकारी नगर, बृजेश कुमार त्रिपाठी क्षेत्राधिकारी सदर, सुधीर कुमार क्षेत्राधिकारी चुनार, कृष्ण प्रताप सिंह क्षेत्राधिकारी आपरेशन, मुनीब राम सहायक रेडियो अधिकारी, प्रतिसार निरीक्षक, आरआई रेडियो, स्वाट टीम प्रभारी, अपराध शाखा प्रभारी सहित समस्त थाना प्रभारी, चौकी प्रभारी, व शाखा प्रभारीगण उपस्थित रहे।

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