मीरजापुर 30 मई 2022- जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने उद्यान विभाग, मीरजापुर द्वारा राजकीय पौधशाला, पटेहरा कलां, मीरजापुर में निर्मित हाईटेक पौधशाला का निरीक्षण किया गया। जिला उद्यान अधिकारी ने अवगत कराया कि उक्त हाईटेक पौधशाला हेतु धनराशि रू0 104.00 लाख का परियोजना प्रस्ताव श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन योजनान्तर्गत उपलब्ध कराया गया था जिसकी स्वीकृतोपरान्त धनराशि रू0 79.60 लाख की लागत से मिनी सेण्टर आॅफ एक्सीलेन्स का निर्माण कार्य पूर्ण करा लिया गया है। जिलाधिकारी ने सीड ग्रोइंग चैम्बर का निरीक्षण किया जिसमें फैन-पैड का निर्माण किया गया है जहाँ कन्ट्रोल वातावरण में बीजों से स्वस्थ व रोगमुक्त पौध तैयार किये जाते है। हार्डनिंग चैम्बर के निरीक्षण के समय जिला उद्यान अधिकारी मेवाराम ने बताया कि 20 दिन बाद सीड ग्रोइंग चैम्बर से तैयार पौधों को हार्डनिंग चैम्बर में रखा जाता है ताकि पौधों को खुले खेत में लगाने हेतु तैयार हो जाये तत्पश्चात् हार्डनिंग चैम्बर में तैयार पौधों को कृषकों को खेत में रोपाई हेतु उपलब्ध कराया जाता है। महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से वार्ता की जिसमें समूह की महिलाओं द्वारा अवगत कराया गया कि आतिथि तक लगभग 2.0 लाख पौधों हेतु बीजों की बुआई की जा चुकी है। जिला उद्यान अधिकारी ने अवगत कराया कि स्वयं सहायता के महिलाओं को प्रशिक्षण के साथ-साथ मजदूरी भी दी जा रही है। निरीक्षण के समय सिडिंग मशीन के सहायता से सीड की बुवाई ट्रे में की जा रही थी। जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि हाईटेक पौधशाला का उद्देश्य बीजों के जमाव प्रतिशत को बढ़ाना, सूक्ष्म एवं मृदु बीजों से पौधों का सुविधापूर्वक उत्पादन, उपयुक्त वातावरण के समय पौध उपलब्ध कराना, गुणवत्तायुक्त पौध तैयार करना, रोग-कीट के प्रभाव रहित पौध का उत्पादन, मृदा रहित मीडिया के कारण जड़ों का उत्पुक्त विकास, कम क्षेत्रफल में अधिक पौध उत्पादन, प्रारम्भिक अवस्था में पौध को सूर्य की रोशनी, वर्षा, सर्दी, हवा आदि से बचाव, अगेती फसल रोपाई में सहायता, खेत की तैयारी हेतु अधिक समय की उपलब्धता, कम क्षेत्रफल में रोग-कीट नियंत्रण की सुविधा। हाईटेक पौधशाला मे ं बाहरी वातावरण जैसे-सर्दी, गर्मी, वर्षा एवं अन्य प्राकृतिक कारको को नियंत्रित कर सब्जियों की पौध को उत्पादन किया जाता है। प्राकृतिक प्रतिकूल कारकों को नियंत्रण के साथ-साथ हाईटेक पौधशाला में कार्बनडाई आक्साइड की मात्रा 2-3 गुना बरबेरा पुष्प उत्पादन हेतु तथा नदीम कयूम अंसारी द्वारा 4000 वर्गमीटर में डच रोज हेतु उद्यान विभाग के सहयोग से वर्ष 2019-20 में पाली हाउस निर्मित कराया गया है। उक्त पाली हाउसों का भी निरीक्षण किया गया निरीक्षण के समय कृषक भी उपस्थित थे। पाली हाउस में जरबेरा व डच रोज की खेती की गयी थी। श्री अंसारी ने जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि अभी तक उत्पादित पुष्पों को रू0 10-15 प्रति स्टिक की दर से बिक्री की गयी है। जिससे कम प्रक्षेत्र में ही अच्छी आय प्राप्त हो रही है। जिलाधिकारी को कृषक द्वारा बताया गया कि उत्पादित फसल की बिक्री आसानी से हो जा रही है। साथ ही साथ कृषकों द्वारा अवगत कराया गया कि पालीहाउस के निर्माण में उद्यान विभाग द्वारा लागत का 50 प्रतिशत क्रमशः रू0 28.00 लाख व रू0 25.00 लाख का अनुदान भी प्रदान किया गया है।
जिलाधिकारी ने राजकीय पौधशाला, पटेहरा कलां, में निर्मित हाईटेक पौधशाला का किया निरीक्षण
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