MIRZAPUR-आबादी की जमीन पर कब्जा जमाने दबंगों द्वारा किया जा रहा महिला का उत्पीड़न, नही दर्ज हुई प्राथमिकी
आबादी की जमीन पर कब्जा जमाने और भूमि हड़पने को लेकर महिला का जमीन दबंगों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। बार-बार शिकायत के बावजूद पुलिस द्वारा कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है। महिला ने कई बार पुलिस अधीक्षक के दरबार में पहुंचकर प्रताड़ना के संबंध में जानकारी भी दी, इसके बावजूद नतीजा सिफर ही रहा। घटना जिले के पडरी थाना क्षेत्र के रायपुर पोख्ता गांव की है।
पुलिस अधीक्षक को दिए गए तहरीर में रायपुर पोख्ता गांव निवासी कंचन दुबे पुत्र रामनिवास दुबे ने गांव के ही निवासी चार लोगों के खिलाफ पुलिस अधीक्षक को सौंपा गए शिकायती पत्र में कहा है कि चारों आरोपी सरहंग एवं गुंडा किस्म के व्यक्ति हैं। कंचन दुबे ने कहा है कि यह सभी परिवार से जमीनी विवाद को लेकर रंजिश रखते हैं। दिनांक 23 दिसंबर 2019 को सुबह 7:00 बजे सभी आरोपी उसके दरवाजे पर पहुंचकर बंधी हुई गाय को खुटा से छोड़ते हुए नाद फेंक दिए और विरोध करने पर गाली गुत्ता देने के साथ साथ मारपीट पर आमादा हो गए।कंचन दुबे का आरोप हैं की घटना की सूचना थाने पर दी गई लेकिन पुलिस ने किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की और इस बीच पडरी पुलिस के कुछ लोग मौके पर पहुंचकर आरोपियों को समझा बुझा कर चले गए। बताया जाता है कि जाने के बाद सभी आरोपी एक बार फिर टंगारी एवं अन्य धारदार हथियार लेकर कंचन दुबे के मकान के पास स्थित खंबा उखाड़ फेंकने लगे और मारने के साथ साथ टंगारी लेकर दौड़ा लिया। विपक्षियों ने दरवाजा तोड़ने का भी प्रयास किया, जिस पर गांव के लोग इकट्ठा होकर मना कीमा। फिर भी मनमानी पर उतारू हो गए। ऐसे में कंचन दूबे पुनः थाने पहुंची पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी, लेकिन इसके बाद किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई। कंचन दुबे ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र में आरोपियों के खिलाफ महिला उत्पीड़न की धारा में कार्रवाई करने की मांग की है। कंचन दुबे ने बताया कि आबादी की लगभग 15 फीट जमीन के लिए लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं, जबकि उस जमीन पर कंचन दूबे काबिज हैं। यही नहीं बहू बेटियों को भी तंज कस रहे हैं। कहा है कि शीघ्र आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो आत्महत्या को विवश होंगे। इस संबंध में पड़ री थानाध्यक्ष से बातचीत के उपरांत जानकारी मिली की कंचन दुबे व उनके पति को थाने पर बुलाया गया था लेकिन यह लोग नहीं आए।