समाचारभू-जल संरक्षण के लिये वर्षा का पानी का संरक्षण महत्वपूर्ण -जिलाधिकारी

भू-जल संरक्षण के लिये वर्षा का पानी का संरक्षण महत्वपूर्ण -जिलाधिकारी


जल संरक्षण के उपाय एवं अधिक जल दोहन को रोकने पर दिया गया बल

जल संरक्षण हेतु ग्रामीण अंचलो में गोष्ठी कर लोगो को किया जाय जागरूक

भू-जल सप्ताह के अन्तर्गत कलेक्ट्रेट में आयोजित की गयी गोष्ठी

मीरजापुर 21 जुलाई 2022- भू गर्भ जल स्तर में सुधार लाने हेतु राज्य भू जल संरक्षण मिशन के अन्तर्गत दिनांक 16 जुलाई से 22 जुलाई 2022 तक भू जल सप्ताह मनाया जा रहा हैं। उक्त के क्रम में आज कलेक्ट्रेट सभागार में भू गर्भ जल विभाग द्वारा जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार की अध्यक्षता में गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे अमरेन्द्र कुमार वर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ राजेन्द्र प्रसाद, प्रभागीय वनाधिकारी पी0एस0 त्रिपाठी सहित भू जल सम्बन्धी समस्याओ के समाधान जन चेतना जागृत करने एवं जल संरक्षण कार्यो पर प्रकाश डाला।
गोष्ठी को सम्बोधित करते हुये जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने कहा कि भू-जल संरक्षण के लिये वर्षा का पानी को संरक्षित करना सबसे महत्वपूर्ण हैं। उन्होने कहा कि भू जल विभाग सभी विभागो से समन्वय स्थापित कर जल संरक्षण एवं जल संचयन के सम्बन्ध में कार्ययोजना बनाकर कार्य करें। विभिन्न विकास खण्डो में गिरते भू जल स्तर को सुधारने एवं जल संरक्षण के लिये ग्रामीण अंचलो में गोष्ठी, चैपाल लगाकर लोगो में भू-जल जन जागरूकता एवं प्रचार प्रसार करेंे। जिलाधिकारी द्वारा अत्याधिक एवं अनावश्यक जल दोहन को रोंकने पर भी बल दिया गया। जल स्तर नीचे जाने वाले क्षेत्रो को चिन्हाकित करते हुये जल दोहन को रोका जाय तथा जल संरक्षण के बारे में जानकारी दी जाये। उन्होने कहा कि घरो में भी जल की धारा हमेशा धीमी रखी जाये और टपकते नलो को ठीक कराया जाय, घर के आगे अनावश्यक रूप से सड़को पर पानी का अधिक छिड़काव पर भी रोक लगाया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि अमृत सरोवरो, तालाबो को गहरीकरण वर्षा के पानी को रोका जाय यह भी सुनिश्चित किया जाय कि तालाबो के आस पास से तालाबो में आने वाले पानी के रास्तो यदि पर यदि अतिक्रमण हो तो उसे हटाया जाय ताकि तालाबो में आस पास पानी एकत्रित हो सकें। तालाबो के ऊपर पौधरोपण किया जाय, जहाॅ पौधरोपण किया गया है उसे सुनिश्चित किया जाय कि अधिक से अधिक वृक्ष जीवित रहें। सभ्ीा विभागो रैन वाटर हारवेटिंस्ग बनाने पर भी बल दिया गया।
मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस द्वारा कहा गया कि अमृत सरोवरो के इस तरह से कार्य किया जाय कि सरोवर में आस पास वर्षा का पानी आ सकें तथा सरोवरो को अन्य माध्यमो से भरा जाय। उन्होने कहा कि सिचाई की नालियो को पक्का करे अथवा पी0वी0सी0 पाइप का प्रयोग किया जाय बागवानी की सिचाई ड्रिप विधि अपनाये। खेतो में मेड़बन्दी कर खेतो का पानी खेत में रिचार्ज होने दे ताकि जल संरक्षण किया जा सकंें।
अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे अमरेन्द्र कुमार वर्मा द्वारा कहा गया कि जिन क्षेत्रो में भू जल का स्तर नीचे जा रहा हो ऐसे क्षेत्रो में स्कूलो व बच्चो ग्रामीणो के साथ गोष्ठी, चैपाल, चित्रकला आदि का आयोजन कर जल संरक्षण के बारे में जानकारी दिया जाय। बैठक में सहायक भू भौतिक विधि भू गर्भ जल विभाग स्वपनिल कुमार राय द्वारा आगामी 16 जुलाई से अब तक भू जल सप्ताह अन्तर्गत कराये गये कार्यो के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर भू जल संरक्षण के लिये उपस्थित अधिकारियो को शपथ भी दिलायी गयी। बैठक में परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0 अनय मिश्रा, उपायुक्त एन0आर0एल0एम0 मो0 नफीस, जिला पंचायत राज अधिकारी अरविन्द कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती वाणी वर्मा एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

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