
दिनांक 15.03.2022 को कृषि उत्पादन आयुक्त, उ0प्र0 शासन की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय जायद उत्पादकता गोष्ठी का आयोजन वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से एन0आई0सी0 में किया गया। गोष्ठी में अपर मुख्य सचिव कृषि, निदेशक पशुपालन, निदेशक उद्यान, निदेशक कृषि आदि उपस्थित रहे। आयोजित गोष्ठी में कृषि निदेशक द्वारा जायद की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की गयी एवं इसकी रूपरेखा के बारे में भी बताया गया। अपर मुख्य सचिव (कृषि) द्वारा जायद उत्पादन कार्यक्रम लेने के लिए किसानों का आवाह्न किया गया ताकि किसान भाई दलहनी फसलों का उत्पादन करके अपनी आमदनी में वृद्धि के साथ-साथ मृदा उत्पादकता को भी बनाये रखें। इसके अलावा उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में जिन किसान भाईयों को लाभ प्राप्त हो रहे है वह अनिवार्य रूप से ई-केवाईसी करा लें अन्यथा अगली किश्त रूक जायेगी। अपर कृषि निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र द्वारा जायद उत्पादन के लिए निवेश की व्यवस्था के बारे में किसानों को बताया गया कि विभिन्न जनपदों में निवेश की व्यवस्था समुचित कर लिया गया है। भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी के वैज्ञानिक द्वारा जायद की सब्जी तोरई, लौकी, भिण्डी, लोबिया, कद्दू, करेला, पालक, मूली आदि के खेती के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की गयी। चन्द्रशेखर कृषि विश्वविद्यालय, कानपुर के वैज्ञानिक डा0 महक सिंह द्वारा जायद की दलहनी/तिलहनी फसलों के बारे में तकनीकी जानकारी दी गयी जिससे किसान भाई उत्पादन में वृद्धि कर सके। आयोजित गोष्ठी में जनपद स्तर पर एन0आई0सी0 में प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वी.एस., संयुक्त कृषि निदेशक विन्ध्याचल मण्डल अरविन्द कुमार सिंह, उप कृषि निदेशक अशोक उपाध्याय, जिला कृषि अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी, सहायक निदेशक (मृ0प0), जिला उद्यान अधिकारी, मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी, अधिशासी अभियन्ता विद्युत, उप खण्ड अधिकारी बाण सागर, सहायक अभियन्ता सिरसी, एवं अग्रणी कृषक व एफ0पी0ओ0 के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।