आज दिनांक 12.04.2022 को विकास भवन ऑडिटोरियम, पथरहिया, मीरजापुर में आयुक्त, विन्ध्याचल मण्डल, मीरजापुर की अध्यक्षता में कृषक उत्पादक संगठनों (एफ.पी.ओ.) की क्षमतावर्धन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में आयुक्त महोदय, विन्ध्याचल मण्डल, मीरजापुर ने सुझाव दिया किएक ऐसा रोड मैप तैयार किया जाए ताकि सभी किसानों को यह ज्ञात हो सके कि किस विकास खण्ड में कौन सा उत्पाद या खाद्यान्न का उत्पादन हो रहा है तथा उनके विपणन की जानकारी उपलब्ध हो तथा अधिकतम् किसानों को कृषक उत्पादक संगठनों से जोड़ा जा सकता है तथा लघु एवं सीमान्त कृषकों की हिस्सेदारी भी होगी। कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वी0एस0 द्वारा बताया गया कि वर्तमान समय में कृषि उत्पाद के विपणन की चुनौती है जिसे इस कार्यशाला में एपीडा के सहयोग से विपणन के सम्बन्ध में सभी समस्याएं/शंकाए दूर हो सकेगी। कार्यशाला में इफको के क्षेत्रीय प्रबन्धक डा0 जी0पी0 तिवारी द्वारा नैनो टेक्नोलॉजी पर आधारित यूरिया का फसलों में पर्णीय छिड़काव, उसके लाभ एवं महत्व पर विस्तृत रूप से कृषक उत्पादक संगठन को बताया गया। एपीडा के आनन्द प्रकाश द्वारा बताया गया कि कृषक उत्पादक संगठन को अपने उत्पाद को निर्यात करने हेतु हार्टिनेट पोर्टल पर जिला उद्यान अधिकारी के माध्यम से पंजीकृत करके विपणन कर सकते है। वेबनार के माध्यम से क्रेता-विक्रेता सम्मेलन में राजीव कुमार, चेयरमैन, राईस एक्सपोर्ट/इम्पोर्ट द्वारा कृषक उत्पादक संगठनों को सम्बोधित करते हुए विदेशो में अपने प्रोडक्ट को निर्यात करने के सरल तरीकों के बारे में जानकारी दिया। शुभम राय, एपीडा ने कृषक उत्पादक संगठन के उत्पाद को निर्यात हेतु, मानक व गुणवत्ता को बनाये रखने हेतु सभी बिन्दुओं पर प्रकाश डाला गया तथा उनके द्वारा यह भी बताया गया कि कृषि उत्पाद को निर्यात हेतु एपीडा से प्रमाणिकरण कराना होगा। डा0 सी0बी0 सिंह, क्षेत्रीय प्रभारी एपीडा द्वारा सब्जी के निर्यात हेतु एफपीओ का अन्तर्राष्ट्रीय बाजार से किस प्रकार जोड़ा जाए इस पर चर्चा की गयी। भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी के वैज्ञानिक डा0 ए0एन0 त्रिपाठी द्वारा मिर्च, मटर, लौकी, कद्दू आदि सब्जियों में लगने वाले रोग/कीट के बारे में तथा उनसे बचने के उपाय के बारे में पावर प्वाइंट के माध्यम से बताया गया तथा सब्जी बीज को बीज शोधन अवश्य करने हेतु सलाह दी।
उप कृषि निदेशक अशोक उपाध्याय द्वारा कृषक उत्पादन संगठनों के क्षमतावर्धन कार्यशाला में अवगत कराया गया कि जनपद मीरजापुर में कुल 32 कृषक उत्पादक संगठन पंजीकृत है जिसमें कुल 8477 अंशधारक किसानों की संख्या है। जिसमें कृषि विभाग द्वारा 11 एफपीओ को फार्म मशीनरी बैंक तथा तीन एफपीओ को दृष्टि योजनान्तर्गत बीज विधायन संयंत्र उपलब्ध कराया गया है।
बैठक में परियोजना निदेशक अनय मिश्रा, मो0 नफीस, डीसी मनरेगा, कैलाश नाथ, अर्थ संख्याधिकारी, जीत लाल गुप्ता भूमि संरक्षण अधिकारी, सुधीर श्रीवास्तव जनपद सलाहकार, साक्षी पाण्डेय, प्राविधिक सहायक तथा बायर कम्पनी के मनीष सिंह व आईटीसी कंपनी के सुशील सिंह व जिले के समस्त कृषक उत्पादक संगठन के निदेशक/प्रतिनिधि द्वारा कार्यशाला में प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम का संचालन राजेन्द्र त्रिपाठी उर्फ लल्लू तिवारी ने किया।
एफ.पी.ओ.) की क्षमतावर्धन कार्यशाला का आयोजन
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