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संगठन अगर देश की एकता अखंडता को चुनौती देने का षड्यंत्र करे तो उसको तत्काल प्रतिबंधित कर देना चाहिए- इमरान खान



संगठन अगर देश की एकता अखंडता को चुनौती देने का षड्यंत्र करे तो उसको तत्काल प्रतिबंधित कर देना चाहिए- इमरान खान

मिर्जापुर

जेडब्ल्यूएस वाराणसी जिला अध्यक्ष इमरान खान के मुताबिक हिंदुस्तान में कोई भी संगठन हो अगर देश के संप्रभुता और अस्मिता के साथ खिलवाड़ करे तो उसको सिर्फ प्रतिबंधित ही नहीं देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि उसका विरोध करें। जर्नलिस्ट वेलफेयर सोसाइटी वाराणसी जिला अध्यक्ष इमरान खान ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया है।

प्रवर्त्तन निदेशालय , के जांच के बाद सी.ए.ए . के सुनियोजित विरोध प्रदर्शन में पीएफआई के हाथ होने की पुष्टि की थी।
सरकारी जांच एजेंसियों को इस बात का पुख्ता प्रमाण मिल गया था कि इतने लंबे चले विरोध प्रदर्शन बिना किसी सुव्यवस्थित फंडिंग के नहीं चल सकता है ,और इसे अखिल भारतीय स्तर पर अच्छी तरह से विकसित मशीनरी द्वारा सुनिश्चित किया गया ।

वाराणसी के जिला उपाध्यक्ष सुनील भारद्वाज के मुताबिक सी.ए.ए विरोध प्रदर्शन के विभिन्न आपराधिक मामलों की जॉच ने पी.एफ.आई एवं इसके सहयोगी संगठन के नाम को उजागर किया । इन सभी चीजों ने ई.डी को फंडिंग में पी.एफ.आई की सक्रियता की जाँच के लिए प्रेरित किया । भारत में विभिन्न जगहों पर सी.ए.ए. के खिलाफ प्रदर्शन वाले दिन और पी . एफ.आई. और रिहाब इंडिया फाउंडेशन के खाते के जमा व निकासी की गहन छान – बीन के बाद गहरे संबंध को स्पष्ट करता है । रिहाब इंडिया फांउडेशन आर.आई.एफ. पी.एफ.आई. का ही एक मोर्चा है ।

विभिन्न जांच एजेंसियों के मुताबिक आर.आई.एफ. भारत में एवं खाड़ी देशों में मौजूद पी . एफ.आई. कार्यकर्त्ता से पैसे इकट्ठा करता है । ई.डी. द्वारा जॉच के बाद यह पता चला कि आर.आई.एफ. एफ . सी . आर . ए . के अंदर पंजीकृत नहीं है जो विदेशी धन लेने के लिए वैध नहीं है , फिर भी इसने अपने एच . डी.एफ.सी. खाते में तीन जगहों से 50 लाख से अधिक रूपए जमा किए । इसके अलावा प्रारंभ में एंटी सी.ए.ए. प्रदर्शन के दौरान पी . एफ.आई. और आर.आई.एफ. के खाते में 1 करोड़ से अधिक रूपए जमा किए गए । इन लेन – देन को छिपाने के लिए जानबूझ कर 50,000 रूपए से कम रखा गया । जाँच के दौरान मोहम्मद परवेज अहमद पी.एफ. आई . के दिल्ली अध्यक्ष के व्हाट्सअप ग्रुप चैट से ई.डी. को पता चला कि पी.एफ.आई. ने एंटी सी.ए.ए. विरोध प्रदर्शन में लोगों को जागरूक करने में सक्रिय भूमिका निभाई । पिछले साल उत्तर प्रदेश एस.टी.एफ. ने पी.एफ.आई. के मारक दस्ते के सदस्य अनसद बदरूद्धीन को पकड़ा जिसने कबूल किया कि उसे पिछले 3 वर्षों में पी.एफ.आई. द्वारा 3 लाख रूपए दिए गए । यह फिर से भारत के एकता को अंदरूनी रूप से तोड़ने वाली गतिविधि में पी.एफ.आई. की सक्रियता साबित करता है । उपर के जाँच के साथ – साथ एम . मोहम्मद इस्माइल की डायरी मिली जिसमें कि दिसम्बर 2020 में पी.एफ.आई. नेताओं द्वारा भाग लिए गए एक बैठक का जिक है । इस डायरी में पी.एफ.आई नेताओं जैसे की ओमा सलाम , एम . के फैजी नसीरूद्धीन बी.पी. एल . ए राउफ इत्यादि के भाषण के बारे में जानकारी मिलती है । डायरी में मौजूद एम . के . फैजी अध्यक्ष एस . डी.पी.आई. के भाषण से यह उजागर होता है कि भारत में गृह युद्ध जैसी स्थिति पैदा करने वाली पी.एफ.आई. का भयानक इरादा था । जब इस रिकार्डिंग को साधारण रूप से अनुवाद किया गया जो इस प्रकार था ” हम लोग यानि पी.एफ.आई. यहाँ 30 सालों से है । राष्ट्र आने वाले सालों में एंटी सी.ए. ए . प्रदर्शन के तरह ही और गंभीर युद्ध का साक्षी बन सकता है । जर्नलिस्ट वेलफेयर सोसाइटी ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में इस बात की चर्चा की कि प्रत्येक संगठन का दायित्व है की सर्वप्रथम राष्ट्रहित देश की एकता भाईचारा और विभिन्न जातियों समुदायों धर्मो के इस महान देश की शांति को किसी भी कीमत पर नजर लगने नहीं दिया जाएगा।

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